फ्री में बांटे गए देसी नस्ल के चूजे, जानिए क्यों
हरियाणा सरकार द्वारा मुख्यमंत्री नायब सिंह के नेतृत्व में गरीब परिवारों के उत्थान के लिए विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसी कड़ी में पशुपालन विभाग की योजना बैकयार्ड कुक्कुट पालन का लाभ क्षेत्र के गरीब परिवारों को मिला है। उपनिदेशक पशुपालन विभाग सिरसा डा. सुखविंदर सिंह तथा उपमंडल अधिकारी डा. अक्षय कुमार के दिशा निर्देशानुसार जिले के गांव मल्लेकां के 14 परिवारों को 50 देसी नस्ल के चूजे तथा फीडर व ड्रिंकर, राजकीय हैचरी फार्म हिसार द्वारा नि:शुल्क वितरित किए गए।
योजना की जानकारी देते हुए राजकीय पशु चिकित्सालय मल्लेकां के प्रभारी सर्जन डा. रवि कुमार घोटड़ ने बताया कि योजना के लिए विभाग द्वारा ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। अनुसूचित जाति तथा बीपीएल श्रेणी के परिवार सरल हरियाणा पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। चयनित परिवारों को 50 देसी नस्ल के चूजे, फीडर व ड्रिंकर नि:शुल्क दिए जाते हैं। इन चूजों का प्रारंभिक टीकाकरण भी विभाग द्वारा करवाया जाता है तथा समय-समय पर मुर्गी पालन बारे प्रशिक्षण शिविर भी विभाग द्वारा आयोजित किए जाते हैं। डा. रवि कुमार घोटड़ ने उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि बैकयार्ड मुर्गी पालन यानी अपने घर पर उपलब्ध स्रोतों से, बिना किसी अतिरिक्त खर्च के देसी नस्ल की मुर्गियों का पालन, गरीब परिवारों में खाद्य सुरक्षा तथा कम कीमत पर पौष्टिक अंडा एवं मांस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सर्वोत्तम साधन है।
हरियाणा सरकार द्वारा गरीब परिवारों में बैकयार्ड पोल्ट्री को प्रोत्साहन देना एक सराहनीय कदम है। राजकीय पशु चिकित्सालय मल्लेकां के प्रभारी सर्जन डा. रवि घोटड़ ने राजकीय पशुधन फार्म तथा राजकीय हैचरी फार्म हिसार के समस्त अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि इस योजना के सफल क्रियान्वन के लिए हेचरी फार्म के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी धन्यवाद के पात्र हैं, जिनके अथक परिश्रम से समस्त हरियाणा में चूजों का वितरण किया जा रहा है।