हरियाणा से अब जम्मू व कुल्लू तक हवाई जहाज से कीजिए सफर
हरियाणा से भी अब लंबी दूरी की हवाई उड़ानों के जरिए लोग सफर का आनंद ले सकेंगे। हिसार से चंडीगढ़, दिल्ली, जयपुर, कुल्लू, अहमदाबाद, जम्मू व धर्मशाला के लिए अब जहाज अप्रैल माह से उड़ान भरेंगे। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की पहल के बाद हैदराबाद में एलायंस एयर के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता शुक्रवार को हुआ।
पहले फेज में सात रुटस फाइनल किए गए हैं और दूसरे चरण में अन्य स्थानों के लिए भी रुटस को अंतिम रूप दिया जाएगा। फिलहाल हिसार एयरपोर्ट से चंडीगढ़ दिल्ली जम्मू अहमदाबाद जयपुर और कल्लू के रूट पर 70 सीटर हवाई जहाज चलाने का विचार है। शुरू होने के 90 दिन बाद रूट की पुन: समीक्षा की जाएगी और यात्रियों की मांग के अनुसार लखनऊ, वाराणसी अंबाला सहित अन्य शहरों के लिए भी हिसार से हवाई जहाज चलाए जाएंगे। ऐसा माना जा रहा है कि हिसार से एयर कनेक्टिविटी होने के बाद वहां पर रक्षा एवं अन्य उद्योग धंधे बढ़ जाएंगे जो कि प्रदेश में राजस्व का बड़ा स्त्रोत बनेंगे।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न शासकीय विभागों की ओर से वर्ष 2016 से लेकर अब तक हिसार हवाई अड्डे के विकास पर 457 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। भारतीय भाई अड्डा प्राधिकरण की ओर से 101 करोड़ 51 लख रुपए की राशि, लोक निर्माण विभाग की ओर से 211 करोड़ 21 लख रुपए, सिंचाई विभाग की ओर से 51 करोड़ 8 लाख रुपए, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की ओर से 80 लाख रुपए, वन मंडल की ओर से 4 करोड़ 12 लाख रुपए, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की ओर से 13 करोड़ 34 लाख रुपए जबकि हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की ओर से 75 करोड़ 26 लाख रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। इससे पहले हिसार से एयर टैक्सी द्वारा घरेलू उडाऩें जनवरी 2021 से अगस्त 2021 के बीच शुरू की गई थी। यह एयर टैक्सी हिसार से धर्मशाला, देहरादून व चंडीगढ़ के लिए
शुरू की गई थी। इस अवधि के दौरान संचालित उड़ानों की कुल संख्या 183 इन और 184 आउट रही थी।
हिसार में है देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा
उल्लेखनीय है कि हिसार का महाराजा अग्रसैन हवाई अड्डा करीब 7200 एकड़ में फैला है और क्षेत्रफल के दृष्टिगत यह देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है। इससे पहले दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय 5200 एकड़ में बना हुआ है। वैसे भी यातायात सुविधाओं के लिहाज से हिसार बेहतरीन जिला है जो चारों तरफ से अंतरराष्ट्रीय स्तर के राजमार्गों से जुड़ा है। हिसार हवाई अड्डे में तीन हैंगरों का निर्माण किया गया है। हिसार एयरपोर्ट पर एक बड़ा एप्रन, छोटे यात्री ट्रमिनल, ए-320 प्रकार के विमानों को समायोजित करने की व्यवस्था है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के हवाई अड्डा के साथ-साथ 9000 फुट रनवे, एयरलाइस, जनरल एविएशन, पर्याप्त पार्किंग, रख-रखाव, मरम्मत, ओवर हालिंग की सुविधाएं, एयरो स्पेस विश्वविद्यालय, पायलट, इंजीनियरों और ग्राउंड हैंडलिंग स्टाफ के लिए ग्लोबल ट्रेडिंग सैंटर और आवासीय व वाणिज्यिक विकास की व्यवस्था की गई है।