हाल ही में जम्मूकश्मीर से एक बड़ी खबर आई है जब घात लगाए बैठे आतंकियों ने सेना के काफिले पर हमला किया। यह घटना जम्मूकश्मीर शहर से लगभग 85 किलोमीटर दूर, अखनूर खुर के बैटल एरिया में हुई, जहां आतंकियों ने सेना के काफिले में शामिल एक एंबुलेंस पर अटैक किया।
27 घंटे तक जारी रही मुठभेड़
हमले के बाद, सेना ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। यह मुठभेड़ करीब 27 घंटे तक जारी रही, जिसमें सेना ने तीन आतंकियों को मार गिराया। इस ऑपरेशन के दौरान, सेना के खोजी कुत्ते ‘फैंटम’ को भी गोली लगी और वह शहीद हो गया।
जीओसी का बयान
इसको लेकर जीओसी 10 इन्वेंटरी डिवीजन के मेजर जनरल श्रीवास्तव ने बताया कि “हमने एक आर्मी डॉग को खोया, जिसकी वजह से कई जवानों की जान बची।” उन्होंने बताया कि डॉग ने सर्च के दौरान अपना योगदान दिया और इसकी शहादत ने कई जवानों की जान बचाई।
ऑपरेशन के चुनौतीपूर्ण पहलू
मेजर जनरल ने इस ऑपरेशन के दौरान कुछ चुनौतियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि “वह इलाका 30 डिग्री के ग्रेडिएंट वाला था और वहां घना जंगल था।” जब सेना ने आतंकियों को लोकेट किया, तो वहां जाना बिना खतरे के संभव नहीं था, इसलिए हार्ड व्हीकल्स का इस्तेमाल किया गया।
काफिले पर हमले की योजना
मेजर जनरल ने कहा कि आतंकियों ने इस काफिले पर हमले के लिए योजना बनाई थी। “वे इलाके से वाकिफ थे और कुछ दिनों से हमारी इंटेलिजेंस रिपोर्ट में मूवमेंट की जानकारी मिल रही थी।” उन्होंने यह भी बताया कि आसपास के गांवों की सुरक्षा प्राथमिकता थी ताकि नागरिकों को नुकसान न पहुंचे।
सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मूकश्मीर में ऐसी घटनाएं अक्सर होती हैं, जब आतंकियों ने हमारी सेना के जवानों पर हमले किए हैं। सेना ने कई सर्च ऑपरेशन चला रखे हैं और आतंकियों के सफाए के लिए लगातार प्रयास कर रही है। यह कहना भी सही है कि शायद ही कोई महीना ऐसा बीता हो जब जम्मूकश्मीर में हमले की खबरें ना आई हों, जिसमें हमारे जवान शहीद हुए हों।