अब हरियाणा में जल्द बज सकता है निकाय चुनाव का बिगुल
-प्रदेश में 10 नगर निगम, 4 नगर परिषद एवं 23 नगर पालिकाओं के चुनाव हैं प्रस्तावित
हरियाणा में विधानसभा चुनाव के बाद अब किसी भी समय स्थानीय निकाय चुनाव का बिगुल बज सकता है। निर्वाचन आयोग इन चुनावों की तैयारियों में जुटा है और वार्डबंदी का काम तेजी से जारी है। केंद्रीय शहरी मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी निकाय चुनाव के संदर्भ में स्पष्ट कर चुके हैं कि सरकार चुनाव करवाने की योजना बना रही है। ऐसे में इस चुनावी वर्ष में संसदीय चुनाव व विधानसभा चुनाव के बाद अब आने वाले समय में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो सकती हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा में कुल 11 नगर निगम, 55 नगरपालिकाएं एवं 23 नगरपरिषद हैं। इनमें से 10 नगर निगम, 4 नगर परिषद, 23 नगरपालिकाओं के चुनाव प्रस्तावित हैं। कई-कई निकायों का कार्यकाल तो पूरा हुए 1 साल से अढ़ाई साल तक हो चुके हैं। ऐसे में अब विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा जल्द ही निकाय चुनाव करवाने की तैयारी में है। इस विधानसभा चुनाव में भाजपा को 39.90 प्रतिशत मतों के साथ 48 सीटों पर जीत मिली है। 39.09 प्रतिशत वोट के साथ 37 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस के लिए यह चुनाव चुनौती हैं। इसी तरह इस बार के विधानसभा में 4.14 प्रतिशत वोट के साथ 2 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली इनैलो के लिए यह चुनाव परीक्षा माने जा रहे हैं तो विधानसभा चुनाव में केवल 0.87 प्रतिशत वोट लेने वाली जननायक जनता पार्टी के लिए निकाय चुनाव में अपना वजूद साबित करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। वैसे चुनाव करवाने को लेकर भाजपा सरकार भी अब पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है। यही वजह है कि 24 अक्तूबर को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने चंडीगढ़ में सभी जिला नगर आयुक्तों के साथ एक बैठक भी की और चुनाव प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली थी। सियासी पर्यवेक्षकों का मानना है कि नगर निगम के चुनाव सभी दलों के लिए चुनौती हैं और इस बार चुनाव में विधानसभा चुनाव की तरह से ही अधिकांश सीटों पर भाजपा व कांग्रेस में मुकाबला हो सकता है। कुछ निकायों में इनैलो, जजपा व आप मुकाबले को रोचक व त्रिकोणीय बना सकते हैं। निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव को लेकर मतदाता सूचियों पर कार्य किया जा रहा है तो वार्डबंदी नए सिरे से करने के भी आदेश जारी हो गए हैं।
10 नगर निगमों में होना है चुनाव
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में अंबाला, सोनीपत, करनाल, यमुनानगर, पानीपत, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम व फरीदाबाद में नगर निगम के चुनाव होने हैं। अंबाला में मेयर का पद शक्ति रानी शर्मा के कालका का विधायक बनने जबकि सोनीपत में मेयर का पद निखिल मदान के सोनीपत से विधायक बनने के बाद खाली हुआ है। शेष 7 निगमों का कार्यकाल पूरा हो चुका है जबकि पंचकूला का कार्यकाल 2026 में पूरा होना है। नवगठित नगर निगम मानसेर के भी चुनाव होने हैं। हरियाणा में कुल 38 स्थानीय निकायों के चुनाव होने है। इनमें 8 नगर निगम, चार नगर परिषद और 23 नगर पालिका शामिल है। जानकारी के अनुसार फरीदाबाद नगर निगम का कार्यकाल 12 फरवरी 2022 को खत्म हो चुका है, जबकि गुरुग्राम निगम का 2 नवंबर 2022, हिसार निगम का 8 जनवरी 2024, करनाल निगम का 3 जनवरी 2024, पानीपत और रोहतक निगम का 3 जनवरी 2024 और यमुनागर नगर निगम का कार्यकाल 6 जनवरी 2024 को पूरा हो चुका है। इसके अलावा सिरसा नगर परिषद का कार्यकाल 19 अक्तूबर 2021, अंबाला सदर का 10 सितंबर 2020, थानेसर का 24 जुलाई 2021 और पटौदी जाटोली मंडी का कार्यकाल जून 2023 में पूरा हो चुका है। इसके अलावा 23 नगर पालिकाओं का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है, जिनमें बराड़ा, बवानीखेड़ा, लोहारू, सिवानी, फारुख नगर, आदमपुर, नारनौंद, बेरी, जुलाना, कलायत, सिवान, पुंडरी, इंद्री, नीलोखेड़ी, अटेली मंडी, कैनाना, तारू, हथीन, कलानौर, खरखोदा, कालांवाली, रादौर और जाखल मंडी की नगर पालिका शामिल है। गौरतलब है कि इससे पहले 19 जून 2022 को हरियाणा में 18 नगरपरिषद और 28 नगर पालिकाओं के चुनाव हुए थे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल भी दे चुके हैं जल्द चुनाव करवाने के संकेत
विशेष बात यह है कि केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी प्रदेश में जल्द ही स्थानीय निकाय चुनाव करवाने के संकेत दे चुके हैं। करनाल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मनोहर लाल ने स्पष्ट किया था कि अब विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं और सरकार जल्द ही चुनाव करवाने की योजना बना रही है। इसी तरह से मुख्य चुनाव आयुक्त धनपत्त सिंह का कहना है कि सभी निर्वाचन अधिकारियों को वार्डबंदी के संदर्भ में लिखा गया है और चुनाव करवाने की तमाम तरह की प्रक्रियाएं अपनाई जा रही हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि अगले माह तक निकाय चुनाव का बिगुल बज सकता है और इसके बाद मेयर चुनाव को लेकर एक बार फिर से भाजपा व कांग्रेस के अलावा इनैलो, जजपा एवं आम आदमी पार्टी के बीच रोचक मुकाबला देखने को मिल सकता है।