राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने कई अहम परियोजनाओं की घोषणा की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में आयोजित हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में गुरुग्राम मेट्रो डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) की 258 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य क्षेत्र में यातायात प्रबंधन, सड़कों की मरम्मत, जल प्रबंधन प्रणाली और बस डिपो निर्माण को सुदृढ़ बनाना है।
गुरुग्राम के नए सेक्टरों में मास्टर डिवाइडिंग रोड का निर्माण 20 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। इन सड़कों में सेक्टर-84/88, 85/89, 86/90 और 87/91 जैसे इलाके शामिल हैं। इसके अलावा, सेक्टर-58 से 67 के बीच की सड़कों की विशेष मरम्मत के लिए 25 करोड़ रुपये से अधिक का बजट निर्धारित किया गया है। इससे इन सड़कों पर यातायात सुगम होगा और दुर्घटनाओं में कमी आएगी। साथ ही सेक्टर-81/81ए, 86/87, 90, 91, 92, और 95 की सड़कों की मरम्मत की जाएगी।
गुरुग्राम के नए सेक्टरों में बस क्यू शेल्टर की सुविधा बढ़ाने के लिए 37 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी गई है। सेक्टर-68 से 95 तक बस क्यू शेल्टर के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है और 19.73 करोड़ रुपये का टेंडर जारी हो चुका है। इसके साथ ही द्वारका एक्सप्रेस-वे के सेक्टर-99 से 115 तक बस क्यू शेल्टर भी बनाए जाएंगे, जिस पर 17 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
जीएमडीए ने 25 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-23/23ए, सेक्टर-18/19, महावीर चौक, अतुल कटारिया चौक, सेक्टर-15 पार्ट-1 व 2, न्यू रेलवे रोड, ओल्ड रेलवे रोड, सिविल लाइन, कृष्णा चौक और रेजांगला चौक की सड़कों की विशेष मरम्मत की घोषणा की है।
गुरुग्राम में सार्वजनिक परिवहन को और प्रभावी बनाने के लिए सेक्टर-48 में 17 करोड़ रुपये की लागत से सिटी बस डिपो का निर्माण किया जाएगा। मानेसर और अन्य नए क्षेत्रों में भी बस डिपो की स्थापना की जाएगी ताकि शहर के भीतर और बाहरी क्षेत्रों में यात्रा को आसान बनाया जा सके। साथ ही 16 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-14, शीतला माता रोड, हुडा सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन, और सेक्टर-17 में फुट ओवरब्रिज का निर्माण होगा, जिससे पैदल यात्रियों को सुगम मार्ग मिलेगा।
शहर में जल आपूर्ति को स्मार्ट और प्रभावी बनाने के लिए बसई जल शोधन संयंत्र से जुड़ी 1300 मिमी की मास्टर लाइन पर एक उन्नत स्मार्ट सिस्टम स्थापित किया गया है। इस प्रणाली से सेक्टर-16 बूस्टिंग स्टेशन और आगे के सेक्टर-17, 18, 19, 24, 25, 25ए, 26ए, 27, 28, 29, 30, 32, 39, 43 और 45 के निवासियों को पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित होगी। यह सिस्टम पानी के समान वितरण, पानी की मात्रा की सटीक जानकारी और समय पर पानी के रिसाव की निगरानी करेगा।