हरियाणा और पंजाब के किसान जहां पर अपने फसलों को बेचने के लिए सरकार से आए दिनों मांग करते रहते हैं, इसी बीच हरियाणा और पंजाब के ही कुछ किसान ऐसे भी हैं जो कम लागत पर अधिक मुनाफा हैं जो कम लागत पर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं
जानिये कैसे सब्जी से 5 लाख रु कमा रहा किसान
खेती में सफलता सभी किसानों को नहीं मिलती, कुछ ही किसान होते हैं जो कम लागत पर मोटी कमाई कर लेते हैं। सफलता न मिलने का मुख्य कारण यह है कि यह किसान नई-नई सब्जियां, नई खेती में हाथ मारने से घबराते हैं। कहीं खर्च अधिक न लग जाए और हम बिक्री न कर पाए। तो ऐसे किसानों के लिए आज हम कमाल की खबर लेकर आए हैं। जी हां आपको बता दे की बागपत के किसान इरशाद 10 सालों से तोरई की खेती करते आ रहे हैं और आज उन्हें तोरई की खेती से ₹10,00000 का मुनाफा मिल रहा है।
आमतौर पर किसान इस सब्जी की खेती करने से पैर पीछे कर लेते हैं, जिसका मुख्य कारण यह है कि बाजार में लोग तोरई खरीदते समय कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाते, ऐसे में किसानों को लगता है, कि तोरई की खेती से कोई खास फायदा नहीं होगा। लेकिन फिर भी किसान इरशाद को इससे अच्छी खासी कमाई हो रही है। तो चलिए आपको बताते हैं किसान इरशाद तोरई की खेती से कैसे महीना के लाखों रुपए कमा रहे हैं।
इसमें खर्चा कम मुनाफा ज्यादा
किसान तोरई की खेती से बेहद खुश है। वह कहते हैं कि इसमें खर्च कम आता है। ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती। जिसकी वजह से लागत और कम हो जाती है। तोरई की खेती करना आसान है। यहां पर उन्हें एक दिक्कत बस ये आती है कि इसमें कीटों की समस्या ज्यादा है। लेकिन आजकल कई ऐसे देसी और केमिकल वाले कीटनाशक भी आते हैं। आप चाहे तो घर पर भी कीटनाशक तैयार करके यह खर्चा भी बचा सकते हैं। 10-15 दिन के अंतराल में घरेलू कीटनाशक छिड़केंगे तो भी उतना ही फायदा होगा।
आपको बता दे की यह किसान आसपास की मंडी के साथ-साथ बागपत के अलावा दिल्ली की बड़ी मंडियों में भी अपनी सब्जी भेज देते हैं। कहते हैं कि फटाफट इनकी बिक्री हो जाती है। बाजार में ₹50-60 किलो इस समय तोरई जा रही है। जिससे उन्हें अच्छा खासा फायदा इस खेती में हो रहा है।
जानिये कितने बीघा जमीन मे करते हैं खेती
किसान खेती करके अपना जीवन यापन कर रहे हैं। यह करीब 1.2 बीघा की जमीन में तोरई ही उगाते हैं। जिससे उन्हें अन्य फसलों के हिसाब से ज्यादा फायदा हो रहा है। इसीलिए वह सिर्फ तोरई ही लगाते हैं। उनका कहना है कि वह सालाना लगभग 10 लख रुपए का मुनाफा इस खेती से कर लेते हैं, आपको बताते चलें कि शुरुआती दौर में पैसा ना होने के कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, लेकिन बाद में भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे KCC Loan का फायदा उठाकर, उन्होंने खेती शुरू की जिसके बाद उन्हें यह लाभ देखने को मिलाहैखेती शुरू की जिसके बाद उन्हें यह लाभ देखने को मिला है.
KCC Loan क्या है?
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) लोन, किसानों को कृषि और इससे जुड़ी गतिविधियों के लिए बैंक से ऋण सहायता देने का एक कार्यक्रम है. इस योजना का मकसद, किसानों को ज़रूरत के समय और सही मात्रा में ऋण उपलब्ध कराना है. इसके अंतर्गत किसानों को 2% की ब्याज़ छूट और 3% का त्वरित पुनर्भुगतान प्रोत्साहन मिलता है.
KCC Loan के लिए जरूरी दस्तावेज क्या है?
KCC Loan के लिए जरूरी दस्तावेज:
- आवेदन पत्र
- दो पासपोर्ट साइज़ के फ़ोटो
- आईडी प्रूफ़
- पता
- राजस्व प्राधिकारियों से प्रमाणित ज़मीन का प्रमाण
- फ़सल पैटर्न
- ऋण सीमा के हिसाब से ज़रूरी दस्तावेज़