हरियाणा में नवंबर के साथ ही सर्दी का असर महसूस होना शुरू हो गया है। सुबह-शाम की ठंड में इजाफा देखा जा रहा है, और ऐसे बदलते मौसम के कारण खांसी, जुकाम और अन्य मौसमी बीमारियों का फैलाव भी होने लगा है। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोग संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं। विशेषज्ञों ने ऐसे मौसम में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
दिन का तापमान बढ़ाने में दोपहर की धूप का योगदान
मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, हरियाणा में दिन के दौरान तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे कुछ हद तक राहत मिलती है। आज 4 नवंबर को जारी पूर्वानुमान के अनुसार, अधिकतम तापमान 33.49 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.48 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है। दिन में आसमान साफ रहेगा, और नमी की मात्रा 22% तक रिकॉर्ड हो सकती है, जिससे ठंड का प्रभाव अपेक्षाकृत हल्का रहेगा।
पिछले दिन रविवार को, न्यूनतम तापमान 21.46 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 34.32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग ने यह भी संकेत दिया है कि अगले कुछ दिनों तक मौसम में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है।
अगले सप्ताह का तापमान पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह हरियाणा में अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री के आसपास बना रह सकता है। ठंड का यह शुरुआती दौर फिलहाल मध्यम ही रहेगा, लेकिन सुबह और शाम की ठंड में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इस दौरान लोगों को हल्के गर्म कपड़े पहनने और खासकर रात में सर्दी से बचाव की सलाह दी गई है।
वायु प्रदूषण का बढ़ता खतरा: हिसार और जींद का AQI खतरे के स्तर पर
हरियाणा के कुछ शहरों में वायु प्रदूषण ने गंभीर समस्या खड़ी कर दी है। हिसार और जींद में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक है, जहां हिसार का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 500 और जींद का AQI 400 तक पहुंच गया है। यह स्थिति सांस संबंधी समस्याओं को और बढ़ा सकती है, खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए। डॉक्टरों ने ऐसी स्थिति में घर के अंदर रहने, एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने और बाहर निकलते समय मास्क पहनने की सलाह दी है।