आखिर किसानों ने क्यों कहा-हमें गोली मार दो
कालांवाली में मंगलवार को खाद के लिए किसानों की लंबी लाईनें दिखाई दी और किसानों ने आरोप जड़े है कि खाद को ब्लैक में बेचा जा रहा है और पंजाब में भेजा जा रहा है। किसानों ने कहा कि कालांवाली की प्रति बैग 300 रूपए खाद पंजाब में भेजी जा रही है। किसान खाद ना मिलने पर उपमंडल कार्यालय पहुंचे और पगड़ी संभाल चट्टा संस्था के बनैर तले कालांवाली के उपमंडल अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
किसान नेता कुलदीप सिंह सुखैचन,संदीप सिंह,गुरमेल सिंह,बलजिंद्र सिंह,बलजीत सिंह,गगन सिंह,हरजीत सिंह,तेजेंद्र सिंह,मलकीत सिंह आदि ने कहा कि गोदामों की जांच होनी चाहिए और किसानों को खाद नही मिल रही है। किसानों ने कहा कि वे परेशान है क्योंकि फसलों की बिजाई का समय निकल रहा है और उन्हें खाद नही मिल रही है। किसानों ने कहा कि ट्रक के ट्रक सीधे ब्लैक में बिकरहे है और लोकल किसान तरस रहा है। किसानों ने कहा कि मोटी ब्लैक हो रही है। कालांवाली में डीएपी खाद व यूरिया को लेकर सरेआम ब्लैक हो रही है और धरती पुत्र दोनों को खरीदने से वंचित रह रहा है और तरस रहा है क्योंकि गेंहू की फसल की बिजाई का समय निकल रहा है और उन्हें खाद व यूरिया नही मिल रही है।
सुबह अलब्ता से ही लाईनों में आकर धरतीपुत्र खड़े हो जाते है और किसी को दो बैग मिल जाते है और अधिकत्तर लोग खाली हाथ लौट जाते है। सरकारी दुकानों पर खाद व यूरिया कम आती है जिससे कारण किसानों को बड़ी परेशानी है। सूत्रों की माने तो किसानों की और से कभी भी बड़ा धरना प्रदर्शन खाद व यूरिया को लेकर हो सकता है क्योंकि धरती पुत्र परेशान है और बिजाई का समय निकल रहा है। अगर इसी प्रकार से बिजाई लेट हुई तो आने वाली फसलों को उत्पादन भी कम हो सकता है क्योंकि फसलों को समय कम मिलेगा।
बताया जा रहा है कि खाद व यूरिया के ना मिलने का सबसे बड़ा कारण है कि कालांवाली में ब्लैक हो रही है। ब्लैक का काम करने वाले लोग अधिक मात्रा में स्टॉक कर रहे है और खाद व यूरिया को पंजाब में भेज रहे है। कई दुकानदारों की और से चेहरे देख कर तिलक निकालें जा रहे है अपने चेहते लोगोंं को अधिक बैग दिए जा रहे है और आम किसान परेशान है। किसानों की परेशानी को कोई समझ नही रहा है और किसानों को बड़ी परेशानी हो रही है।
जांच करो किसान गलत को गोली मार देना
गांव तख्तमल के किसान अवतार सिंह फ ौजी ने कहा कि जांच करवाओ क्योंकि किसान परेशान है। किसान ने कहा कि कोई अधिकारी जांच करें और अगर किसान गलत पाया जाता है तो चौक पर गोली मार देें। किसान ने कहा कि हम छोटे किसान है और खाद का एक भी बैग अभी नही मिला है।
अपने चेहतों को देते है खाद
किसानों ने कहा कि लाईन में लगे किसान रह जाते है और अपने चेहते लोगों के आधार कार्ड फीड करके उन्हें खाद दे रहे है या फिर ब्लैक में बेच रहे है। रात भी ऐसा ही हुआ 750 किसान लाईन में थे और अपने चेहतों को खाद बांट दी। किसान करें तो क्या करें कोई सुनवाई नही कर रहा है सरकार व अधिकारी किसानों के साथ धक्का कर रहे है।