अमेरिका ने बुधवार, 30 अक्टूबर को यूक्रेन में रूस के युद्ध प्रयासों में मदद करने के आरोप में 19 भारतीय कंपनियों और दो भारतीय नागरिकों सहित करीब 400 कंपनियों और व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाया है.
अमेरिका का आरोप है कि ये कंपनियां, रूस को वो सामान उपलब्ध करवा रही हैं, जिनका इस्तेमाल रूस, यूक्रेन युद्ध में कर रहा है.
इन वस्तुओं में माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल आइटम शामिल हैं, जिन्हें कॉमन हाई प्रायोरिटी लिस्ट (सीएचपीए) में शामिल किया गया है.
इन वस्तुओं की पहचान अमेरिकी वाणिज्य विभाग के उद्योग और सुरक्षा ब्यूरो के साथ-साथ यूके, जापान और यूरोपीय संघ ने की है.
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका ने भारतीय कंपनियों को निशाना बनाया है. इससे पहले नवंबर, 2023 में भी एक भारतीय कंपनी पर रूसी सेना की मदद करने के आरोप में प्रतिबंध लगाया गया था.
विदेश विभाग ने जिन 120 कंपनियों की सूची तैयार की है, उसमें शामिल भारत की चार कंपनियों के खिलाफ लगे आरोपों का विवरण भी दिया गया है.