ये है दुनिया का सबसे बड़ा परिवार
आप कल्पना कीजिए दुनिया का सबसे बड़े परिवार में कितने सदस्य होंगे? एक परिवार में आमतौर 5 से 6 सदस्य होते हैं। संयुक्त परिवार में यह संख्या 20 के करीब हो जाती है, लेकिन आप यह जानकार हैरान हो जाएंगे कि दुनिया का सबसे बड़ा परिवार भारत में रहता है। इस परिवार में 30-40 नहीं, 50 से 70 भी नहीं बल्कि 100 से अधिक सदस्य हैं। यह विश्व का ऐसा परिवार है, जिसका नाम गिनीज बुक में दर्ज है। इस परिवार का राजनीति में अपना दबदबा है।
कारोबार में इस परिवार का सानी नहीं है। इस परिवार में कुल सदस्य हैं 162। यह पूरी फैमिली एक 4 मंजिला मकान में रहती है, जिसमें 100 से ज्यादा कमरे हैं। एक बड़े डायनिंग हाल में 50 टेबलों पर खाना परोसा जाता है। एक आम फैमिली में जितना राशन दो महीनों में खर्च होता है उतना इस महापरिवार में एक दिन में लग जाता है। यहां एक दिन के लिए 45 किलो चावल, 30-40 मुर्गे, 25 किलो दाल, 50 अंडे, 60 किलो सब्जियों की ज़रूरत होती है।
दरअसल दुनिया का सबसे बड़ा परिवार भारत के मिजोरम की राजधानी आईजोल से करीब 70 किलोमीटर दूर बख्तगांव में रहता है। इस परिवर के मुखिया जियोना चाना थे। जियोना चाना की अभी कुछ समय पहले डैथ हो गई थी। यह परिवार नहीं एक तरह से महापरिवार है। जियोना ने अपने जीते जी 4 या 5 नहीं, 10 या 20 नहीं बल्कि 38 विवाह किए।
उनके 89 बच्चे, 35 पौते-पौतियां और बहुएं रहती हैं। जिओना की सबसे बड़ी पत्नी की उम्र 75 साल है। उनकी फैमिली के सभी मेंबर एक साथ रहते हैं। जियोना ने पहली शादी 1959 में की थी। तब उनकी उम्र 15 साल थी। आखिरी शादी 2004 में की। 4 मंजिला मकान में 100 से ज्यादा कमरे हैं। 162 मेंबर्स की फैमिली जिस घर में रहती है, उसका नाम छौन थर रन (न्यू जेनरेशन होम) है। जियोना के इस महापरिवार का राजनीति में बड़ा झुकाव है। एक ही फैमिली में इतने सारे वोट।
लोकल इलेक्शन में जियोना की खासी पूछ होती है। क्योंकि जिस ओर इनका झुकाव होता है, वहां जीत की संभावना बढ़ जाती है। विशेष बात यह है कि एक तरह से यह परिवार मिज़ोरम की पहचान है और कई पर्यटक जब मिज़ोरम जाते हैं तो इनसे भी मिलते हैं. यह लोग देश ही नहीं दुनिया के लिए भी आकर्षण का केंद्र है. है ना इस परिवार की कहानी हैरान करने वाली। हैरानी इस बात पर होती है कि जियोना की उम्र 70 पार होने के बावजूद वे काफी फिट रहे थे और वे खुद को गांव का सबसे खूबसूरत और स्मार्ट व्यक्ति मानते थे। गांव की जो महिला उन्हें पसंद आ जाती थी उसे या तो वह खुद पत्र भेजकर शादी की इच्छा दिखाते थे
या फिर अपनी ही किसी बीवी या परिचित के जरिए रिश्ता के लिए प्रस्ताव भेजते थे। उन्होंने पहली शादी महज 17 साल की उम्र में की थी, वो भी खुद से तीन साल बड़ी लडक़ी से। उसके बाद वह शादियां करते गए। अब उनके भरे पूरे परिवार में बहुएं और दामाद हैं तो कई पोते-पोतियां भी इनके पास बड़ा परिवार होने के साथ-साथ अकूत संपत्ति है। वह जिस गांव में रहते हैं, उसका काफी बड़ा हिस्सा उनका खुद का है। इसलिए वे राजा की तरह जीवन जीते हैं। इसके अलावा मिजोरम के भक्तवांग गांव में पहाड़ी पर बना उनका चार मंजिला विशाल घर अलग ही दिखता है। इसमें 100 कमरे हैं। हर बीवी और उसके परिवार को अलग कमरे दिए गए हैं। बच्चे अगर बड़े हो जाते हैं और उनकी शादी हो जाती है तो उन्हें भी अलग कमरा मिल जाता है।
खुद जियोना सबसे निचले तल पर एक बड़े से कमरे में रहते हैं। घर का सबसे बड़ा डबल बेडरूम केवल उनके पास है। हर बीवी को उनके पास रहने के लिए एक हफ्ते का समय मिलता है, जो रोटेशन के हिसाब से तय है, हालांकि इसमें बदलाव भी होता है लेकिन जियाओ की ही इच्छा से। जियोना का ही एक बेटा कम्प्यूटर पर पूरे परिवार का डेटा रखता है, जिसमें हर बीवी और उनके बच्चों का विवरण लगातार भरा जाता है। ये इसलिए किया जाता है क्योंकि जियोना को इतने बड़े परिवार के लोगों के नाम याद रखने मुश्किल हो जाते हैं।
उनका घर किसी सैनिक अनुशासन वाली छावनी की तरह चलता है। जहां सभी बच्चों को सुबह उठना होता है। बगल के मैदान में मार्च पास्ट करना होता है। फिर वो जियोना के ही बनाए स्कूल में जाते हैं। इस स्कूल में आमतौर पर इसी परिवार के बच्चे पढते हैं। इस स्कूल के हेडमास्टर जियोना के छोटे भाई हैं। जबकि टीचर जियोना के ही बड़े बच्चे और कुछ बीवियां।