हरियाणा में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। मंगलवार की दोपहर को आसमान में धुंध छाई रही, जिसे कुछ लोग स्मॉग समझ बैठे, जबकि कई इसे गहरा कोहरा मान रहे थे। राज्य के अधिकांश जिलों में सुबह से ही घना कोहरा रहा, जिससे ठंडक में बढ़ोतरी और यातायात में व्यवधान देखा गया। इस बदलाव का सीधा असर स्वास्थ्य, खेती, और प्रदूषण पर पड़ रहा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि जल्द ही बारिश की संभावना है, जिससे प्रदूषण से राहत मिल सकती है।
हरियाणा में कब होगी बारिश?
हिसार स्थित मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और उत्तरी पंजाब में बारिश हुई है। इसका प्रभाव हरियाणा में भी देखा जा सकता है। राज्य में 15 नवंबर के बाद बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। इस संभावित बारिश से न केवल ठंडक बढ़ेगी बल्कि कोहरा भी और घना हो सकता है। आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट होने की संभावना है, जिससे लोगों को और अधिक ठंड का सामना करना पड़ सकता है।
प्रदूषण में राहत की उम्मीद
हरियाणा में वायु प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है, जिससे आम जनता को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. ए.एस. कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक राजेश ने बताया कि हवा में नमी बढ़ रही है, जो बारिश की संभावना को बढ़ा रही है। यदि बारिश होती है, तो यह वायु प्रदूषण को कम कर सकती है। बारिश के बाद, धूल और अन्य हानिकारक कणों को धोकर वातावरण को साफ करने में मदद मिलेगी। इससे अस्थमा और अन्य श्वास संबंधी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को राहत मिलेगी।