हरियाणा के चरखी दादरी में किसानों को बीज लेने के लिए जो परेशानी हो रही है, वह दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। जहां एक ओर खाद वितरण को लेकर पहले से ही मुश्किलें थीं, वहीं अब बीज वितरण में भी किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा विकास बीज निगम द्वारा गेहूं के बीज की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन बीज लेने के लिए किसानों को एक नया फॉर्म भरना अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे किसानों में भारी असंतोष और धक्का-मुक्की का माहौल बन गया है।
निगम ने गेहूं के बीज के वितरण के लिए फार्म भरने की अनिवार्यता को लागू किया है, जिससे किसान पहले से ही परेशान हैं। बीज लेने के लिए फार्म की आवश्यकता से बुजुर्ग किसानों और उन लोगों को विशेष कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है, जिन्हें फॉर्म भरने का तरीका नहीं पता। फार्म की अनुपस्थिति में बीज वितरण से मना किया जा रहा है। इसने किसानों के बीच न केवल असंतोष पैदा किया है, बल्कि उन्हें बार-बार दफ्तर के चक्कर लगाने पर मजबूर भी कर दिया है।
सोमवार को निगम में कुल 4 हजार क्विंटल गेहूं का बीज पहुंचा था। मंगलवार सुबह पांच बजे से ही महिलाएं और पुरुष गेहूं के बीज के लिए लाइन में लगे हुए थे। हालांकि, जब उन्होंने बीज प्राप्त करने की कोशिश की तो उन्हें फार्म लाने के लिए कहा गया, जिसके बिना उन्हें बीज नहीं दिया गया। यह स्थिति न केवल किसानों के लिए परेशान करने वाली है, बल्कि कृषि विकास की दिशा में भी एक बड़ा सवाल खड़ा करती है।
किसान बताते हैं कि उन्हें फार्म भरने का तरीका नहीं आता और कई किसान तो इस प्रक्रिया के कारण बीज प्राप्त करने में विफल हो गए हैं। वे चार-पाँच बार निगम कार्यालय का चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन बीज अब तक नहीं मिला। फॉर्म की अनिवार्यता के कारण किसानों में निराशा और आक्रोश व्याप्त है। एक बुजुर्ग किसान ने बताया, “हमें यह नहीं पता कि फार्म कैसे भरें, और जब किसी से मदद मांगी तो वह मदद करने के लिए तैयार नहीं था। अब तक हमें कोई बीज नहीं मिला।”
निगम की ओर से गेहूं के विभिन्न किस्मों का बीज उपलब्ध कराया जा रहा है। इनमें से गेहूं की किस्में 303, 220 और 3226 की अधिक मांग है, और इन तीनों किस्मों के बीज केंद्र पर उपलब्ध हैं। हालांकि, फार्म भरने की प्रक्रिया में बाधाएं आ रही हैं, जिससे बीज की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्रति किसान दस बैग गेहूं का बीज वितरित किया जा रहा है, लेकिन फार्म के बिना वितरण नहीं किया जा रहा है।